top of page
Search


तुझे देखता हूँ तो जीता हूँ ...
तुझे देखता हूँ तो जीता हूँ तेरे बाद न जाने क्या होगा जिंदगी है ज़हर पर पीता हूँ असर ना जाने क्या होगा | चंचल मन की मेरी आशाएं रह रह कर...
1 min read
154
1


जुबां अब बंद नहीं होती...
जुबां अब बंद नहीं होती क्यूँ रातें कम नहीं होती कहूँ क्या क्या तुम्हे अब मैं ये बातें कम नहीं होती | बाँहें करती हैं बेईमानी नशा छा जाता...
1 min read
71
0


कुछ और तुम दें दो...
मेरे मन की मति को, मति कुछ और तुम दें दो मुझे इस छोर से उस छोर की तुम अनुमति दें दो | लहू बनकर बिसर जाऊं तेरे हृदय के कण कण में मेरे हृदय...
1 min read
51
0


वो जब कभी.....
वो जब कभी मेरे सामने आकर बैठ जाया करती थी बहुत चुराती थी नज़रे पर कमबख्त मिल जाया करती थी | बालो को अपने बाँधने को वो देती रहती थी ऐठे पर...
1 min read
48
0


नयनों की बोली ...
ना जाने कैसी किश्ती में सवार ये नयनो की डोली मूक बनी जाने कैसे करती है मनवा की बोली | कैसे कैसे रूप सजती आँखें मधुमय ये मतवाली श्रृंगार...
1 min read
29
0


पूछो !
चुप सा है वो खिला हुआ फूल पूछो ! डाल ने कांटा तो नहीं चुभाया खुसबू देना जैसे गया है भूल पूछो ! किसी भँवरे ने तो नहीं सताया | कुछ दिन पहले...
1 min read
21
0


दिल हो गया तेरा पुजारी हैं...
बताऊ कैसे रात हमने गुजारी हैं हर पल की तेरी याद लिख लिख उतारी हैं | यें चाँद, सितारे, हवाएं और ये बादल अदाएं जैसे बस गयी सब में तुम्हारी...
1 min read
21
0


ख़बर से ख़बर दब जाती !
ख़बर आती, ख़बर जाती ख़बर से ख़बर दब जाती | कुछ चिल्लाते, कुछ बतियाते कुछ कहकर भी ना कह पाते कुछ दिखाते, कुछ जताते कुछ बुलाते, कुछ सुनाते...
1 min read
15
0


एक बार जीवन में ......
स्वपन सलोने दिखाओं तो नयन को नयनों में भर दो प्रेम के तरल को तरल बना दो इस हृदय प्रबल को प्रबल धरा में खिला दो कमल को तो कमल से अधरों का...
2 min read
26
0


स्वप्न...
कुछ तुम कहती, कुछ मैं कहता मधुमय तन की ये अंगडाई नैनों में हाला भर लायी रसपान करो इस मधु विष का जाने कोनसा प्याला हो किसका | करो...
2 min read
18
0
bottom of page