1 min readतुझे देखता हूँ तो जीता हूँ ...तुझे देखता हूँ तो जीता हूँ तेरे बाद न जाने क्या होगा जिंदगी है ज़हर पर पीता हूँ असर ना जाने क्या होगा | चंचल मन की मेरी आशाएं रह रह कर...
1 min readजुबां अब बंद नहीं होती...जुबां अब बंद नहीं होती क्यूँ रातें कम नहीं होती कहूँ क्या क्या तुम्हे अब मैं ये बातें कम नहीं होती | बाँहें करती हैं बेईमानी नशा छा जाता...
1 min readकुछ और तुम दें दो...मेरे मन की मति को, मति कुछ और तुम दें दो मुझे इस छोर से उस छोर की तुम अनुमति दें दो | लहू बनकर बिसर जाऊं तेरे हृदय के कण कण में मेरे हृदय...
1 min readवो जब कभी.....वो जब कभी मेरे सामने आकर बैठ जाया करती थी बहुत चुराती थी नज़रे पर कमबख्त मिल जाया करती थी | बालो को अपने बाँधने को वो देती रहती थी ऐठे पर...
1 min readनयनों की बोली ...ना जाने कैसी किश्ती में सवार ये नयनो की डोली मूक बनी जाने कैसे करती है मनवा की बोली | कैसे कैसे रूप सजती आँखें मधुमय ये मतवाली श्रृंगार...
1 min readपूछो !चुप सा है वो खिला हुआ फूल पूछो ! डाल ने कांटा तो नहीं चुभाया खुसबू देना जैसे गया है भूल पूछो ! किसी भँवरे ने तो नहीं सताया | कुछ दिन पहले...
1 min readदिल हो गया तेरा पुजारी हैं...बताऊ कैसे रात हमने गुजारी हैं हर पल की तेरी याद लिख लिख उतारी हैं | यें चाँद, सितारे, हवाएं और ये बादल अदाएं जैसे बस गयी सब में तुम्हारी...
1 min readख़बर से ख़बर दब जाती !ख़बर आती, ख़बर जाती ख़बर से ख़बर दब जाती | कुछ चिल्लाते, कुछ बतियाते कुछ कहकर भी ना कह पाते कुछ दिखाते, कुछ जताते कुछ बुलाते, कुछ सुनाते...
2 min readएक बार जीवन में ......स्वपन सलोने दिखाओं तो नयन को नयनों में भर दो प्रेम के तरल को तरल बना दो इस हृदय प्रबल को प्रबल धरा में खिला दो कमल को तो कमल से अधरों का...
2 min readस्वप्न...कुछ तुम कहती, कुछ मैं कहता मधुमय तन की ये अंगडाई नैनों में हाला भर लायी रसपान करो इस मधु विष का जाने कोनसा प्याला हो किसका | करो...