एक बार जीवन में ......
स्वपन सलोने दिखाओं तो नयन को
नयनों में भर दो प्रेम के तरल को
तरल बना दो इस हृदय प्रबल को
प्रबल धरा में खिला दो कमल को
तो कमल से अधरों का पान करलो प्रिये
एक बार जीवन में प्यार करलो प्रिये ||
शीतल से तन में है भानु की दहक सी
दहक ये उर में मुरली की चहक सी
चहक उपवन में जैसे कोयलिया गाई हो
गाये गीत दिल ने जैसे मीरा ही समाई हो
तो मीरा के ही रूप का श्रंगार करलो प्रिये
एक बार जीवन में प्यार करलो प्रिये ||
प्रेम के प्रकाश में अँधेरा तो विफल है
विफल है मजनूं पर प्रेम हर पल है
पल भर की ये जवानी चंचल है
चंचल मन में मची सी हलचल है
तो हलचल तन की स्वीकार करलो प्रिये
एक बार जीवन में प्यार करलो प्रिये ||
प्रेम की ये ज्योत प्रेम दीप में जलाओ तुम
दीप की किरणों से मन मंदिर महकाओ तुम
मंदिर के प्रेम शंख की यही आवाज है
प्रेम बिन ज़िन्दगी रह जाती एक राज़ है
तो राज इस दिल पर एक बार करलो प्रिये
एक बार जीवन में प्यार करलो प्रिये ||
योवन सजा दो अलको के चमन में
चमन खिलादो ग्रीष्म तन के मिलन में
मिलन करादो इस उजली धूप का
धूप सा उजाला चन्दन के रंग रूप का
तो रूप की तन से आँखे चार करलो प्रिये
एक बार जीवन में प्यार करलो प्रिये ||
प्रेम बिन कैसे तर जाओगी जीवन में
जीवन अपार, फंस जाओगी भंवर में
भंवर हृदय में फूल बन जो समाओगी
फूल सी कोमलता हर पल यहाँ पाओगी
तो हर पल की ये मुस्कान भर लो प्रिये
एक बार जीवन में प्यार करलो प्रिये ||
प्रेम में विरह की मुझे घेरे परछाई है
परछाई तन पर जैसे आत्मा समाई है
आत्मा ये प्यार वाली किसने जगाई है
जागते लोगो को दिया धोखा ही दिखाई है
तो धोखे वाली रात में प्रकाश भर लो प्रिये
एक बार जीवन में प्यार करलो प्रिये ||
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