दिल हो गया तेरा पुजारी हैं...
बताऊ कैसे रात हमने गुजारी हैं
हर पल की तेरी याद लिख लिख उतारी हैं |
यें चाँद, सितारे, हवाएं और ये बादल
अदाएं जैसे बस गयी सब में तुम्हारी हैं |
आँखें हो बंद या खुली है तेरी ही सूरत
लगता है के दिल हो गया तेरा पुजारी है |
आजा के तुझे भूल जाना है बड़ा मुश्किल
गता हूँ मैं जिनको सभी कविता तुम्हारी है ||