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दिल हो गया तेरा पुजारी हैं...
- Brij Mohan Vatsal
- Jan 1, 2016
- 1 min read
बताऊ कैसे रात हमने गुजारी हैं

हर पल की तेरी याद लिख लिख उतारी हैं |
यें चाँद, सितारे, हवाएं और ये बादल
अदाएं जैसे बस गयी सब में तुम्हारी हैं |
आँखें हो बंद या खुली है तेरी ही सूरत
लगता है के दिल हो गया तेरा पुजारी है |
आजा के तुझे भूल जाना है बड़ा मुश्किल
गता हूँ मैं जिनको सभी कविता तुम्हारी है ||
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